गांव में घर बनाने के लिए लोन लेने वालों के लिए ख़ुशख़बरी। अब गांव में घर बनाना हुआ आसान, क्यों कि सरकार दे रही है घर बनाने के लिए ऋण। अगर आपके पास घर बनाने के लिए plot या जमीन है तो आप घर बनाने के लिए लोन ले सकते है।
पहले बैंकिंग सुविधा कम होती थी। बैंक वाले भी गाँव वालों को loan देने में हिचकिचाते थे, क्यों कि बैंक वालों को लोन की रिकवरी करने में दिक़्क़त आती थी। अब लगभग सभी बड़े गांव में बैंकों की शाखा या बैंकिंग सुविधा है जिससे लोन को वापस लेने में दिक्कत नहीं होती है। इसलिए बैंक से घर के लिए सरकारी योजना के तहत होम लोन ले सकते है।
Gaon Mein Ghar Banane Ke Liye Loan
गांव में घर बनाने के लिए दो प्रकार से ऋण ले सकते है।
- पहला तरीका: आप सीधे बैंक से होम लोन के लिए आवेदन करके लोन लें।
- दूसरा तरीका: आप सरकारी योजना के अन्तर्गत घर बनाने बनाने के लिए ऋण या सहायता लें।
जो व्यक्ति गरीब नहीं है और कमाई का जरिया है वो बैंक से सीधे होम लोन ले सकता है क्यों की बैंक, लोन उस व्यक्ति को देता है जिसके पास कमाई का जरिया हो और लोन को समय पर वापस चूका सके।
अगर आप गरीब (वैसे लगभग सभी अपने आप को गरीब बोलते है जैसे नेता लोग करोड़ों के हवाई जहाज से उतरने के बाद जनता के सामने अपने आप को गरीब बोलता है।) या अति गरीब है। अगर आप सही में अति गरीब है और घर बनाने के लिए पैसा नहीं है तो आप सरकारी आवास योजना का लाभ ले सकते है।
Ghar Banane Ke Liye Loan Kaise Le
भारत के किसी भी शहर में घर बनाने के लिए लोन आसानी से मिल जाता है, परन्तु गांव की बात ही कुछ और है। जब गांव की बात आती है तो बैंक वाले भी सोचने लग जाते है। इसका सबसे बड़ा कारन है, गांव के लोग आय का विवरण नहीं रखते है। आय का विवरण ही आय का सबूत होता है जो बैंक से लोन लेने पर देना होता है। आय का विवरण को अंग्रेजी में income tax return कहते है जो हर वर्ष के आखिर में जमा करनी होती है। इसी कारन से गांव के लोगों या गरीब लोगों को लोन लेने में दिक्कत होती है।
गांव में घर बनाने के लिए ऋण लेने के लिए वैध कागज और कमाई का सबूत की जरुरत होती है इसलिए सबसे पहले ये कागजात पूर्ण करें।
- घर के पते के लिए – राशन कार्ड, जॉब कार्ड, नरेगा कार्ड, वोटर कार्ड, गाड़ी या मोटर साइकिल चलने का ड्राइविंग लाइसेंस या आधार कार्ड इत्यादि।
- लोन लेने वाले का परिचय के लिए – राशन कार्ड, वोटर कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या आधार कार्ड इत्यादि।
- कमाई का सबूत या विवरण के लिए – जमीन या प्लाट के कागज, बैंक खाते से लेन – देन का विवरण। इनकम टैक्स भुगतान की कॉपी, प्रॉपर्टी कार्ड और बैंक खाता विवरण इत्यादि।
अगर आपके पास ये तीनो प्रकार के कागज तैयार है और आप लोन को वापस समय पर भरने की क्षमता रखते है तो आपको ऋण लेने से कोई भी बैंक वाला इनकार नहीं करेगा। आपके पास सभी प्रकार के कागज है और बैंक वाले लोन नहीं दें तो आप यहां शिकायत कर सकते है।
Ghar Banane Ke Liye Loan Kaise Milega
घर बनाने के लिए लोन कैसे मिलेगा? ये प्रश्न सभी लोग पूछते है। जैसा की मैंने आपको इस लेख के शुरू में दो प्रकार के लोन लेने के बारे में बताया था। पहला बैंक से और दूसरा सरकारी आवास योजना या सरकारी अनुदान के तहत।
इन दोनों प्रकार के लोन बैंक से ही मिलेंगे। आपको ये करना है जो यहां बता रहा हूँ।
- बैंक में जाये।
- बैंक मैनेजर को सरकरी योजना के बारे में पूछें।
- सरकारी लोन योजना के लिए सरकारी दफ्तर में पूछताछ करें।
- सभी जरुरी कागजात की नाम की सूचि बनाये।
- सभी कागजात पूर्ण करें फिर लोन के लिए आवेदन करें।
- लोन के लिए आवेदन के लिए मोबाइल या कंप्यूटर से ऑनलाइन कर सकते है।
- बैंक मित्र या ईमित्र से सरकारी लोन योजना का फॉर्म भरवायें।
- लोन फॉर्म भरने के बाद समय – समय पर लोन मिलने की स्थिति का पता करें।
- लोन की राशि बैंक खाते में ही प्राप्त करें।
- लोन मिलने पर बैंक वालों का आभार व्यक्त करें और समय पर लोन चुकाने के लिए आश्वत करें।
- लोन मिलने पर जल्दी से भर बनवा लें।
- होम लोन की मासिक किस्त समय पर जमा करवाएं।
- बैंक का सहयोग करें और खुश रहें।
गांव में घर बनवाने के लिए गरीबों को सरकारी अनुदान भी मिलता है। अनुदान का मतलब वह धन वापस कभी नहीं देना पड़ेगा। अनुदान की राशि प्राप्त करने के लिए नजदीकी सरकारी दफ्तर में जाये और प्रधान मंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत घर बनाने के लिए ऋण या अनुदान की राशि प्राप्त करने के लिए कैसे ऑनलाइन आवेदन करना है। आपको अपना नाम आवास योजन के नाम सूचि में है या नहीं इसकी जानकारी जरूर प्राप्त करें। आवास सूचि में नाम की जानकारी नजदीकी ईमित्र से प्राप्त कर सकते है।
गाँव के घरों की विशेषता बताएं
गाँव के घरों की निम्न विशेषता है –
- गांव में घर बड़े होते है।
- गांव में घर के चारों ओर खुली जगह होती है।
- गांव में घर में प्राकृतिक रोशनी आती है।
- गांव के घरों में अँधेरा कभी नहीं होता है।
- गांव के घरों में ठंडी – ठंडी हवा आती है।
- गांव में घर हवादार होते है
- गांव में घर गोबर और लकड़ी के बने होते है।
- गांव के घरों की ऊंचाई काफी होती है।
- गांव के घरों में कमरों का आकार बड़ा होता है।
- गांव के घर प्रकृति से घिरे होते है।
- गांव में पक्के घर भी होते है जो पत्थर और सीमेंट से बने होते है।
FAQ
प्रश्न: क्या गांव में घर पर होम लोन ले सकते हैं?
उत्तर – गांव में घर पर होम लोन ले सकते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों। इस लेख में आपने गांव में घर बनाने के लिए ऋण से सम्बंधित जानकारी प्राप्त की। आपको गांव में घर बनवाना हो या गांव में घर बनाने के लिए ऋण चाहिए तो आप हमारे लोन जानकारी ब्लॉग से पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते है। कोई प्रश्न पूछना चाहते हो तो आप मुझे निचे दिए गए चैट सेक्शन में पूछ सकते है। इस लेख को गांव के सभी भाइयों तक पहुचायें। धन्यवाद।